आज सबसे पहले आप ये बताइये कि टीवी पर आप क्या क्या देखते हैं ? सीरियल्स…मूवीज… और? और Advertisements.. जिन्हें आप देखना तो नहीं चाहते लेकिन वो अचानक ही आपके सामने आते जाते हैं… लेकिन अब ये कहना सही नहीं होगा कि हमें ad या Commercials देखना पसंद नहीं आता क्योंकि लास्ट 2 decadesमें advertisement इंडस्ट्री में ऐसा बूम आया है यानी इस इंडस्ट्री की इतनी ग्रोथ हुयी है कि इसके जरिये टीवी, रेडियो और इंटरनेट पर हमें जो ad देखने-सुनने को मिलते हैं.. वो बिलकुल भी बोरिंग नहीं होते हैं बल्कि उनमें इन्फॉर्मेशन को बहुत ही इंटरेस्टिंग तरीके से प्रेजेंट किया जाता है।
बहुत से ads में Humor होता है और बहुत से ad सोशल मैसेज के लिए होते हैं। बहुत ही कम टाइम में किसी प्रोडक्ट की पूरी डिटेल देना… वो भी इतने इम्प्रेसिव और इनोवेटिव तरीके से कि हमारी ज़बान पर उस प्रोडक्ट का नाम रह जाये, ये ad वर्ल्ड की क्रिएटिविटी और टैलेंट का ही नतीजा है और इसी लिए इंडिया में भी इस इंडस्ट्री में काम करने का स्कोप काफी बढ़ गया है।
एक छोटे से ad को पूरा तैयार करने के पीछे एक बहुत ही टैलेंटेड क्रिएटिव टीम होती है जिसमें स्क्रिप्ट राइटर से लेकर एक्टर्स तक बहुत से लोग जुड़े होते हैं और advertisement फील्ड का ऐसा ही एक इम्पोर्टेन्ट पर्सन होता है प्रोड्यूसर, जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसलिए आज quick support इस पोस्ट में आपके लिए एडवरटाइजिंग प्रोड्यूसर से जुड़ी सारी जरुरी जानकारी लेकर आया है ताकि अगर आप भी इस फील्ड में प्रोड्यूसर बनने का इरादा रखते हों तो ये जानकारी आपके लिए हेल्पफुल साबित हो।
तो चलिए, शुरू करते हैं और एडवरटाइजिंग प्रोड्यूसर से जुड़ी जानकारी लेते हैं –
हिंदी मूवीज के प्रोड्यूसर्स और टीवी सीरियल्स के प्रोड्यूसर्स के बारे में थोड़ी जानकारी शायद आपके पास हो लेकिन Advertising Producerके बारे में शायद ही आप जानते हों।
Advertising Producer का काम बहुत ही वाइड होता है, साथ ही बहुत इम्पोर्टेन्ट भी.. इसलिए ad प्रोड्यूसर में ग्रेट Communication स्किल्स होनी जरुरी होती है। साथ ही मार्केटिंग,मैनेजमेंट और डिजाइन की बहुत अच्छी समझ होनी भी कम्पलसरी होती है।
Advertisingप्रोड्यूसर का जॉब बहुत हद तक उस कंपनी पर डिपेंड करता है,जिससे वो जुड़ा होता है क्योंकि अगर ad producer किसी बड़ी कंपनी से जुड़ा होता है जो मूवीज और टीवी सीरियल्स के लिए ad बनाती हो तो उसका काम होता है बजट को मेंटेन रखना, कॉन्ट्रैक्ट्स को negotiate करना, प्रोडक्शन स्टाफ को सुपरवाइज़ करना और अपने क्लाइंट की डिमांड और सैटिस्फेक्शन का ध्यान रखना। उसे क्लाइंट, क्रिएटिव प्रोड्यूसर और प्रोडक्शन कंपनी के बीच बैलेंस बनाकर चलना होता है।
इसके अलावा Advertising Producer क्वालिटी के लिए भी रेस्पोंसिबल होते हैं। क्वालिटी कण्ट्रोल में — सही इन्फॉर्मेशन को वेरीफाई करने, Ad में लीगल डिस्क्लेमर यूज करने और ad के लीगल और ब्रॉडकास्टिंग स्टैण्डर्ड से मैच होने जैसी जरुरी चीज़ें वेरीफाई करने जैसी ड्यूटीज आती हैं।
और ओवरऑल देखा जाये तोAdvertising Producer ना केवल बजट कण्ट्रोल जैसे इश्यूज को हैंडल करता है बल्कि Ad कैम्पेन से जुड़े सारे इम्पोर्टेन्ट काम Producer से Approve होकर आगे बढ़ते हैं।
कई बार कमर्शियल प्रोड्यूसर को स्क्रिप्ट इंटरप्रिटेशन से लेकर ad के पोस्ट प्रोडक्शन से जुड़े काम भी सँभालने होते हैं। ad शूट को decided बजट में पूरा करने का टास्क adप्रोड्यूसर का होता है इसलिए उसे प्रोडक्शन कंपनी के सारे मेंबर्स के साथ बैलेंस बनाना होता है ताकि सब मिलके टाइम पर adको कम्पलीट कर दे जिससे सारा काम बजट के अंदर ही पूरा हो जाये।
इसके लिए Advertising Producer साउंड टेक्निशियंस, Copywriters और एक्टर्स को सुपरवाइज़ करता है। इतना ही नहीं, Ad शूट होने के बाद…टीवी पर आने से पहले उसकी एडिटिंग और साउंड मिक्सिंग जैसे पोस्ट प्रोडक्शन वर्क को सुपरवाइज़ करना भी adप्रोड्यूसर का ही काम होता है ताकि वो sure हो जाए कि क्लाइंट की डिमांड के अकॉर्डिंग परफेक्ट प्रोडक्ट तैयार हो गया है।
अगर प्रोडक्शन हाउस बहुत बड़ा नहीं है तो Advertisingप्रोड्यूसर की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि ऐसे में उसे स्क्रिप्ट फाइनल करने,सेट फाइनल करने और स्पेशल इफेक्ट्स डालने जैसे tasksमें भी शामिल रहना होता है।
कमर्शियल कैम्पेन्स में प्रोड्यूसर्स की एक कैटेगरी होती है जैसे लाइन प्रोड्यूसर,असिस्टेंट कमर्शियल प्रोड्यूसर। इनमें लाइन प्रोड्यूसर का काम ये देखना होता है कि ad तैयार होने तक सेट पर होने वाली डेली एक्टिविटीज सही तरीके से पूरी हो जाएँ जबकि असिस्टेंट कमर्शियल प्रोड्यूसर का काम costumesऔर मेकअप इश्यूज को हैंडल करना होता है।
कई ad कम्पनीज में Advertisingप्रोड्यूसर ऑडिशंस भी लिया करते हैं और कास्ट मेंबर्स सेलेक्ट करते हैं। इसके अलावा क्रू मेंबर्स, costume designers, कोरियोग्राफर्स और डायरेक्टर्स को हायर करने का काम भी इनके द्वारा किया जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि ad वर्ल्ड में प्रोड्यूसर इतने सारे काम हैंडल करता है और आप भी ऐसा ही कुछ क्रिएटिव और इनोवेटिव करना चाहते हैं तो आपकी एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए –
Advertising प्रोड्यूसर बनने के लिए कोई fix क्राइटेरिया नहीं है, बस आपमें क्रिएटिविटी और टैलेंट होना चाहिए। इसके बावजूद अगर आप 12th या ग्रेजुएशन कम्पलीट करके इस फील्ड में उतरेंगे तो अच्छा रहेगा। इसके अलावा आप बहुत से ऐसे कोर्सेज कर सकते हैं जो आपकी क्रिएटिविटी को बूस्ट करेंगे, आपको टेक्निकल नॉलेज प्रोवाइड कराएंगे और एक स्ट्रॉन्ग पोर्टफोलियो बनाने में हेल्पफुल रहेंगे।
इसके लिए आप इनमें से किसी भी सब्जेक्ट में कोर्स कर सकते हैं –
ब्रॉडकास्ट कम्यूनिकेशन, फाइनेंस, मार्केटिंग, प्रोडक्शन, फिल्म टेक्नोलॉजी, एक्टिंग, आर्ट्स मैनेजमेंट, जर्नलिज्म, Screenwriting, थिएटर, वीडियो एडिटिंग, डिजिटल वीडियो एडिटिंग, ऑडियो प्रोडक्शन विथ मोशन ग्राफिक्स।
ये तो आप जान ही गए हैं कि Advertising प्रोड्यूसर बनने के लिए कोई फिक्स एलिजिबिलिटी नहीं है और Advertising प्रोड्यूसर का काम केवल फाइनेंस तक ही सीमित भी नहीं होता है बल्कि ये जॉब वर्सटाइल होती है। इसके लिए ad प्रोड्यूसर में बहुत सारी स्किल्स होनी जरुरी होती है ताकि वो प्रोडक्शन कंपनी के हर मेंबर के साथ सही तालमेल बिठा सके और ad प्रोडक्शन की हर स्टेज पर… काम को अच्छे सेसंभाल सके और टीम से पूरा करवा सके। ऐसे में Communication कोर्स से लेकर एडिटिंग तक सभी कोर्स उसके लिए हेल्पफुल साबित होते हैं इसलिए इनमें से जो कोर्स आपके इंटरेस्ट और Requirementको सूट करे, आप उसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
Advertising Producer बनने के लिए टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में एक्सपीरियंस होना भी जरुरी होता है यानी टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले व्यक्ति के लिए Ad Producer बनना ज्यादा इजी साबित होता है लेकिन अगर आप टीवी और फिल्मों से जुड़ा कोई कोर्स भी कर लेंगे तो इस फील्ड में घुसना आपके लिए थोड़ा आसान जरूर हो जाएगा।
जहाँ तक सैलरी की बात है तो ये इस पर डिपेंड करेगी कि आप किस तरह की कंपनी सेजुड़े हैं यानी मूवीज,टीवी,डिजिटल मीडिया या रेडियो और आपकी पोजीशन क्या है? आप लाइन में Producer हैं या असिस्टेंट प्रोड्यूसर… इसलिए सैलरी के बारे में ये बताया जा सकता है कि इस क्रिएटिव फील्ड में भले ही आपकी सैलरी कुछ हजार रुपये (25-30,000 Per Month ) से शुरू हो लेकिन आपका टैलेंट और एक्सपीरियंस आपको हाई सैलरी पैकेज पर बहुत जल्दी पंहुचा सकता है इसलिए आप अगर इस फील्ड में इंटरेस्टेड हैं, पैशनेट हैं और क्रिएटिव हैं तो लगे रहिये क्योंकि बहुत जल्द आपकी हजारों की सैलरी लाखों में कन्वर्ट हो जाएगी क्योंकि ये फील्ड हुनर देखता है।
दोस्तों, क्विक सपोर्ट को उम्मीद है कि Advertising Producer बनने से जुड़ी ये जानकारी समझना आपके लिए आसान साबित होगा और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी। आगे भी ऐसी ही इनोवेटिव और इन्फोर्मेटिव जानकारियां लेने के लिए हमारे वेबसाइट को विजिट करे ताकि हर नयी और इनोवेटिव जानकारी सबसे पहले आप तक पहुचें। धन्यवाद..
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